मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार से लाडली बहन योजना के तहत दिसंबर महीने की किश्त का भुगतान शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत राज्य की महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। हालांकि, इस बार योजना की लाभार्थियों को 1500 रुपये मिलेंगे, जबकि चुनाव प्रचार के दौरान 2100 रुपये देने का वादा किया गया था। लाभार्थियों को 2100 रुपये पाने के लिए अब मार्च तक इंतजार करना होगा।
लाडली बहन योजना क्या है?
लाडली बहन योजना महाराष्ट्र सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो 21 से 60 वर्ष की आयु वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इसका उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना है। इस योजना के तहत, सरकार हर महीने 1500 रुपये देती है, जो महिलाओं को परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करता है।
दिसंबर की किश्त सिर्फ 1500 रुपये
लाडली बहन योजना की दिसंबर की किश्त की शुरुआत हो चुकी है, लेकिन इस बार केवल 1500 रुपये ही लाभार्थियों के खाते में जमा होंगे। इससे पहले, चुनाव के समय सरकार ने यह वादा किया था कि महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये मिलेंगे, लेकिन फिलहाल यह राशि बढ़ाने का मामला मार्च तक के लिए टल गया है। सरकार का कहना है कि बजट में प्रावधान न होने के कारण यह राशि फिलहाल नहीं बढ़ाई जा सकती है।
चुनाव से पहले मिले थे 3000 रुपये
चुनाव प्रचार के दौरान, सरकार ने लाडली बहनों को एक बार में 3000 रुपये की सहायता दी थी। यह 3000 रुपये अक्टूबर और नवंबर की दो किश्तों का समायोजन था। अब, जब सरकार ने वादा किया था कि दिसंबर में 2100 रुपये मिलेंगे, तो लाभार्थियों को निराशा हुई है, क्योंकि इस महीने केवल 1500 रुपये ही मिले हैं।
सरकार का अतिरिक्त खर्च और धन का प्रबंधन
हालांकि, सरकार के पास दिसंबर की किश्त देने के लिए पहले से कोई राशि उपलब्ध नहीं थी, लेकिन हाल ही में नागपुर में संपन्न हुए विधानसभा शीतकालीन सत्र में सरकार ने अतिरिक्त खर्च के लिए 33,788.40 करोड़ रुपये के फंड का प्रावधान किया। इस फंड से 1400 करोड़ रुपये लाडली बहन योजना की किश्त के भुगतान के लिए उपयोग किए गए हैं।
लाभ पहुंचाया है, और अब तक पांच किश्तों के रूप में 7500 रुपये की राशि जमा हो चुकी है।
लाडली बहन योजना के लाभार्थी और भुगतान प्रक्रिया
इस बार सरकार ने 3500 करोड़ रुपये जारी किए हैं और पहले चरण में 35 लाख लाभार्थी महिलाओं के खाते में राशि ट्रांसफर की जाएगी। दिसंबर के अंत तक योजना के सभी लाभार्थियों के खातों में 1500 रुपये जमा हो जाएंगे। पिछले छह महीनों में, योजना ने करीब 2.34 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाया है, और अब तक पांच किश्तों के रूप में 7500 रुपये की राशि जमा हो चुकी है।
लाडली बहन योजना की विशेषताएँ
लाडली बहन योजना को लेकर राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने इसके महत्व को तीन प्रमुख बिंदुओं में बताया है:
- आर्थिक आधार: महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके परिवारों की स्थिरता सुनिश्चित करना।
- सम्मान की भावना: यह योजना सिर्फ धन प्रदान करने तक सीमित नहीं है, बल्कि महिलाओं के आत्म-सम्मान को भी बढ़ावा देती है।
- सशक्तिकरण: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास, जो उनके जीवन को बेहतर बनाता है।
लाडली बहन योजना का राजनीतिक असर
इस योजना का विधानसभा चुनाव में भी बड़ा असर पड़ा है। महायुति (BJP और शिवसेना) को इसका बड़ा लाभ मिला, और उन्होंने 230 सीटों पर विजय प्राप्त की। योजना के तहत बढ़ी हुई राशि का वादा महिलाओं के बीच एक मजबूत संदेश पहुंचाने का काम कर रहा है, और यही कारण है कि यह योजना राज्य सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा भी बन गई है।
लाडली बहन योजना का भविष्य
अब तक इस योजना से लाखों महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं, और सरकार का लक्ष्य इसे आगे बढ़ाना है। बजट में यदि प्रावधान किया जाता है, तो मार्च के बाद महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये मिलेंगे। इसके अलावा, राज्य सरकार की कोशिश है कि इस योजना को और अधिक महिलाओं तक पहुँचाया जा सके, ताकि राज्य में महिलाओं का आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण हो सके।
संचालन विवरण | मात्रा |
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प्रत्येक किश्त की राशि | 1500 रुपये |
कुल फंड जारी किया गया | 3500 करोड़ रुपये |
पहले चरण में लाभार्थी | 35 लाख महिलाएं |
कुल लाभार्थियों की संख्या | 2.34 करोड़ महिलाएं |
योजना का कुल बजट | 46,000 करोड़ रुपये |